डिटेक्टिव - आर्यन खन्ना
आर्यन खन्ना एक एडवर्टाइज कंपनी में as a ऑफिसर के तौर पर नौकरी करता है लेकिन वह हकीकत में इंडियन इंटेलिजेंस सर्विस (IIS) का जासूस है। उसका काम देश में आतंक फैलाने वाला गिरोह की जानकारी हासिल करना है। वो खाली नाम के लिए एडवर्टेंस कंपनी में काम करता है हकीकत में वह सब जानकारी इकट्ठा करके अपनी संस्था (IIS) को पहुंचाता है। जिसकी मदद से सरकार को आतंकवादियों की गतिविधियों की जानकारी मिलती है। जासूस की दुनिया में वो AK के नाम से जाना जाता है लेकिन उसकी असली पहचान IIS के अलावा किसी को नहीं होती है।
आर्यन हैंडसम, लंबा और मस्तीखोर इंसान है साथ ही साथ वो चालाक, होशियार और देशभक्त भी है। एडवर्टाइज कंपनी में काम करने की वजह से उनकी कई मॉडलों के साथ पहचान होती हैं। उसके साथ काम करने वाली लड़कियों के साथ वो फ्लर्टिंग भी करता है। उनमें से एक मॉडल कविता के साथ वह बहुत ही घुलमिल जाता है। मुलाकातों का दौर चलता है और दोनों की दोस्ती प्यार में बदल जाती है। दोनों की प्रेम कहानी रंग लाती है और प्यार का किस्सा शादी में तकदील हो जाता है। आर्यन कविता से अपनी असलियत छुपाके रखता है। कविता को मॉडलिंग असाइनमेंट की वजह से अलग-अलग शहरों में जाना पड़ता है।
एक दिन कविता का इवेंट मैनेजर जोन कविता को पेरिस के इवेंट में मॉडलिंग करने की ऑफर करता है। इस खबर को सुनकर कविता बहुत ही खुश हो जाती हैं और आर्यन से पेरिस जाने की अनुमति मांगती हैं। तब आर्यन का मन कविता को पेरिस अकेले भेजने के लिए मानता नहीं है। वह कविता को कहता है कि "पेरिस तुम्हारे लिए बिल्कुल अनजान शहर है। वहां के लोगों को तुम पहचानती नहीं हो इसलिए मैं तुम्हें वहां पर जाने की इजाजत नहीं दे सकता। (हकीकत में आर्यन को पता होता है कि पेरिस जैसे बड़े शहरों में मॉडलो के साथ कैसा बर्ताव होता है। उसको कविता की फिक्र होने लगती है।)" कविता उसे समझाती है कि उसकी मॉडल इंडस्ट्रीज में से कई मॉडल उसके साथ पेरिस जा रही है। उसकी बेस्ट फ्रेंड जेनिफर और नजमा भी उसके साथ में जा रही है। आर्यन कविता कि दोस्त नजमा, जेनिफर और उसके मैनेजर जोन को अच्छी तरीके से जानता है। कविता प्यार भरी बातों से आर्यन को पेरिस जाने के लिए मना लेती हैं।
कविता उसके मैनेजर जोन और उसके मॉडल फ्रेंड के साथ पेरिस जाने के लिए निकलती है। आर्यन उसको एयरपोर्ट पर छोडऩे के लिए आता है और उसको ताकिद करता है कि पेरिस पहुंचकर वह तुरंत ही उसको कॉल करेंगी। आर्यन अपने घर पर पहुंचकर कविता कि फ्लाइट पेरिस में लैंड हो जाए, उसकी राह देखता हैं। फ्लाइट पेरिस में लैंड हो गए एक घंटा बीत जाता है लेकिन अभी तक कविता का कोई फोन नहीं आता है तब आर्यन को थोड़ी फिक्र होने लगती है। आर्यन कविता का फोन try करता है लेकिन कविता का फोन आउट ऑफ कवरेज बता रहा था। उसके बाद, आर्यन जेनिफर, नजमा और उसके मैनेजर जॉन का भी फोन ट्राई करता है लेकिन सबके मोबाइल आउट ऑफ कवरेज ही बताते हैं।
आर्यन की बेचैनी बढ़ने लगती हैं वह सोचते सोचते सोफे पर ही सो जाता है। अचानक, रात को 2:00 बजे उसके मोबाइल की घंटी बजती है। आर्यन जल्दी से call उठाता है, सामने से कविता की आवाज आती है। आर्यन कविता से सवाल पर सवाल करता है कि उसका फोन आउट ऑफ कवरेज क्यों बता रहा था? जेनिफर, नजमा और जॉन के फोन की आउट ऑफ कवरेज बता रहे थे, क्यों? तुम सब लोग ठीक तो हो ना? कविता उसको बीच में टोकते हुए कहती है कि "Mr. पतिदेव, हम सब ठीक हैं और होटल में पहुंच गए हैं। हमारी फ्लाइट लेट थी और हम लोग एयरपोर्ट से होटल की ओर निकल रहे थे इसलिए सब के फोन आउट ऑफ कवरेज बता रहे होंगे। तुम इतनी फिक्र मत करो।
आर्यन को मन को सूकून मिलता है वह कविता को कहता है कि जब भी वह फ्री हो, उसको कॉल करेगी। उसके बाद आर्यन और कविता जब भी फ्री होते तब एक दूसरे से बात करते रहते थे। कविता उसको पेरिस के इवेंट के बारे में और दिनभर उन्होंने और उसकी सहेलियों ने क्या क्या किया वह सब बताती थी। ऐसे ही हंसते खेलते हैं एक हफ्ता कब गुजर जाता है पता ही नहीं चलता। इवेंट के लास्ट दिन, कविता आर्यन को फोन करके कहती है कि आज उसकी इवेंट का लास्ट दिन था, अब वह सब लोग एयरपोर्ट जाने के लिए निकल रहे हैं। बाद में, कविता उसको फ्लाइट की डिटेल्स बताती है।
आर्यन कविता को लेने के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचता है। पेरिस से आई हुई फ्लाइट मुंबई में लैंड होती है। आर्यन बड़ी बेसब्री से कविता का इंतजार करता है। तभी आर्यन को कविता के इवेंट मैनेजर जोन और उसका मॉडल ग्रुप आता हुआ दिखाई देता है। उन ग्रुप में से आर्यन कविता को ढूंढने की कोशिश करता हैं लेकिन आर्यन को कविता कहीं नजर नहीं आती है। कविता की सहेलियां जेनिफर और नजमा भी कहीं दिखाई नहीं देती है। मैनेजर जॉन आर्यन के नजदीक आता है। आर्यन उसे बड़ी ही बेसब्री से पूछता है कि "कविता कहीं नजर नहीं आ रही है? कहां है वो?" जॉन उसे बताता है कि "कविता जेनिफर और नजमा की फ्लाइट मिस हो गई है।" आर्यन उसे पूछता है कि "मिस हो गई.... मतलब? कैसे?" तब जॉन उसे बताता है कि "होटल से हम लोग सब साथ में ही निकले थे। कविता, नजमा और जेनिफर तीनों एक टैक्सी में थे। सभी टैक्सी वाले एयरपोर्ट पहुंच गए हैं लेकिन कविता की टैक्सी एयरपोर्ट पर नहीं पहुंची। शायद टैक्सी में कोई प्रॉब्लम हो गया होगा। हम लोगों ने उसका फोन try करने की बहुत कोशिश की लेकिन उनका फोन आउट ऑफ कवरेज दिखा रहा था।" आर्यन को गुस्सा आता है वह जोन से कहता हैं कि "सभी मॉडल की सुरक्षा की जिम्मेदारी तुम्हारी है। ऐसे अनजान शहर में उन तीनों को अकेले छोड़कर आना क्या समझदारी है? तुम ऐसे कैसे वापस आ सकते हो? तभी जोन ऊसे समझाते हुए कहता है कि "उन तीनों के लिए हम लोग सब ग्रुप की टिकट कैंसल नहीं कर सकते थे। हम सब को भी उन तीनों की फिक्र है इसलिए हमारे ग्रुप में एक मेम्बर सलीम को वहां एयरपोर्ट पर छोड़ कर आए हैं जब भी वह तीनों एयरपोर्ट पर पहुंच जाएंगी, सलीम उनको लेकर मुंबई आ जाएगा तुम फिक्र मत करो।" ऐसा आश्वासन देकर जॉन वहां से निकल जाता है। जॉन जेनिफर और नजमा के परिवार वालों को भी यही आश्वासन देता है।
उसके बाद, आर्यन कविता का फोन ट्राई करता रहता है लेकिन कविता का फोन आउट ऑफ कवरेज ही बताता है। आर्यन को यह समझ नहीं आ रहा था कि उन तीनों का फोन एक साथ आउट ऑफ कवरेज क्यों है। उसको कुछ गलत होने का अंदेशा होता है। वह अपने बॉस और IIS के director प्रशांत चक्रवर्ती को फोन करके सब जानकारी साझा करता है। प्रशांत आर्यन को धीरज से काम लेने के लिए कहता है और इस केस में वह खुद इंक्वायरी करेगा ऐसा आश्वासन देता है। जैसे जैसे समय बीतता जाता है आर्यन की बेचैनी और भी बढ़ने लगती है। उसको पूरी पूरी रात नींद नहीं आती है। कविता के साथ क्या हुआ होगा? वह सोच सोच कर उसका दिमाग सुन्न हो जाता है। कहीं किसी ने कविता को kidnap तो नहीं किया होगा? उसने कई बार पेरिस में मॉडलो की kidnapping और उसकी तस्करी के बारे में सुना था।
एक दिन सुबह उसके मोबाइल की रिंग बजती है। वह बड़ी ही बेसब्री से फोन को उठाता है। सामने से उसके बॉस प्रशांत की आवाज आती है, वह आर्यन को बताता है कि पेरिस पुलिस को उसने इस केस के बारे में बता दिया है। IIS के एजेंट को भी इस बारे में अलर्ट कर दिया गया है। उसे अब फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन आर्यन का मन इन सब बातों से मानता नहीं है वह प्रशांत से पेरिस जाने की अनुमति मांगता है, तब प्रशांत उसको समझाते हैं कि यह विदेश का मामला है उसमें कोई भी जल्दबाजी करना ठीक बात नहीं है। कविता और उसकी सहेलियां मिल जाएगी, तुम थोड़े दिनों तक राह देखो।
ऐसे ही चार-पांच दिन और बीत जाते है। आर्यन की बेचैनी अब बर्दाश्त के बाहर हो जाती है तब पेरिस से खबर आती है कि पेरिस पुलिस ने उस टैक्सी वाले को ढूंढ लिया है, जिस में कविता जेनिफर और नजमा एयरपोर्ट जाने के लिए निकले थे। उस टैक्सी वाले ने पुलिस को बताया कि उन तीनों को उसने एयरपोर्ट के पार्किंग में छोड़ा था। बाद में क्या हुआ उसकी कोई जानकारी उसके पास नहीं है।
आर्यन को इस बात का पता लगते ही वह जोन को फोन करके उसको बताता है कि "कविता, जेनिफर और नजमा उसकी जिम्मेदारी पे वहां पर गई थी। अब उसको सुरक्षित वापस लाने की जिम्मेदारी उसकी है" तब जोन उसको बताता है कि "मॉडलिंग के इवेंट में वह हर एक मॉडल से कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाता है जिसके मुताबिक हर एक मॉडल की सुरक्षा की जिम्मेदारी उसकी खुद की होती है। कंपनी उसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं।" यह सुनकर आर्यन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। वह जोन को खरी खोटी सुनाता है और कहता है कि "अगर कविता, जेनिफर और नजमा को कुछ भी हुआ तो तुम्हारी खैर नहीं.... मैं तुमको नहीं छोडूंगा..।" ऐसा कहकर वह फोन कट कर देता है।
उसके बाद आर्यन प्रशांत को फोन करके फिर से पेरिस जाने की अनुमति मांगता है। प्रशांत उसको समझाते हुए कहता है कि "वहां पर जाकर तुम क्या करोगे? पेरिस पुलिस और हमारे वहां के एजेंट already उन तीनों को ढूंढने में लगे हुए हैं। तुम वहां पर जाकर उसके काम में दखलंदाजी करोगे इसलिए मैं तुम्हें पेरिस जाने की अनुमति नहीं दे सकता।"
आर्यन को अब कुछ और रास्ता सूझ नहीं रहा था। वह सोच रहा था कि अब वह क्या करें? तभी आर्यन को अपने ऑफिस में काम करने वाले दूसरे जासूस विक्रम का फोन आता है। आर्यन विक्रम को सब जानकारी साझा करके उसकी मदद मांगता है और पेरिस जाने की टिकट बुक करवाने के लिए कहता है। विक्रम उसको विश्वास दिलाता है कि वह उसका काम कर देगा। विक्रम आर्यन के लिए पेरिस जाने की टिकट बुक करवा देता है। आर्यन पेरिस की टिकट आते हि तुरंत ही पेरिस के लिए निकल जाता है।
जब प्रशांत को इस बारे में पता चलता है तो वह बहुत ही गुस्सा होता है और वो IIS की परमिशन के बगैर पेरिस जाने के लिए आर्यन को सस्पेंड कर देता है और पेरिस में अपने एजेंट जमील को आर्यन की सब जानकारी देकर उसे कहता है कि आर्यन को एयरपोर्ट से हि वापस इंडिया की फ्लाइट में रवाना कर दे। जमील एयरपोर्ट पर जाकर आर्यन के फ्लाइट की राह देखता है लेकिन आर्यन बहुत हि चालाकी से फ्लाइट में से उतरकर एयरपोर्ट के बाथरूम में अपना वेश बदलकर एयरपोर्ट से बाहर निकल जाता है।
क्रमशः